अमउत गांव में कभी नहीं जाती पुलिस, ग्रामीणों की रक्षा करती हैं महाकाली


वाराणसी। आपने सुना होगा कि पहले गांव में पंचायती राज हुआ करती थी। इसका मतलब यह कि गांव में जब भी कोई समस्या होती थी या फिर लड़ाई होती तो गांव का कोई भी सदस्य पुलिस के पास नहीं जाया करता था बल्कि गांव के ''पाँच बोले परमेश्वर' एक पंचायत बैठाकर जो निर्णय देते थे वहां की जनता मानती थी। कुछ ऐसा ही है। आज हम पिण्डरा ब्लाक के एक गांव में ले चलते हैं जिसका नाम अमउत और यहां की ग्राम प्रधान हैं प्रेमलता सिंह। इस गांव में आज तक कोई भी ग्रामीण किसी भी समस्या को लेकर कभी स्थानीय थाने नहीं जाया करते हैं बल्कि ग्राम प्रधान एक पंचायत के जरिए सभी समस्या का निस्तारण करती हैं। आइए देखते हैं इस गांव की क्या है विकास कार्य और क्या है इस गांव की खासियत। 


अमउत करता है आपका स्वागत 



आप इस गांव में जैसे ही प्रवेश करेंगे तो गांव में जाने वाली रोड पर एक  गेट आपका स्वागत करेगा। इस गेट से अंदर प्रवेश  करेंगे तो गांव में वो विभिन्न विकास कार्य दिखेगा जो एक गांव में होना चाहिए। 



प्राचीन महाकाली मंदिर का कीजिए दर्शन


गांव में प्रवेश करते ही आपको महाकाली का मंदिर दिखेगा। जहां पर ग्रामीण सुबह अपने मनोरथ पूर्ण होने के लिए पूजा पाठ करते हैं। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह मंदिर 300 सौ साल पुराना है। इसके अलावा विभिन्न देवता के दो मंदिर और हैं जिनकी अपनी-अपनी कहानी है। 


गांव के विकास कार्य



प्रेमलता सिंह, ग्राम प्रधान अमउत, पिण्डरा, वाराणसी ने बताया गांव के विकास कार्य:-



  • 95 प्रतिशत राशन कार्ड वितरित किया गया है।

  • प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 25 पात्रों को मिला है।

  • उज्जवला योजना के अंतर्गत 25 पात्रों को गैस कनेक्शन दिया गया है।

  • वृद्धा पेंशन योजना के तहत 52 पात्रों को पेंशन मिल रहा है।

  • विधवा पेंशन योजना के तहत 10 पात्रों के लिए प्रस्तावित है।

  • विकलांग पेंशन योजना के अंतर्गत 10 पात्रों के लिए प्र्र्रस्तावित है।

  • मनरेगा योजना के अंतर्गत 2 किलोमीटर मिट्टी का कार्य इसके साथ ही 2 पोखरे का खुदाई का कार्य हुआ है।

  • गांव में पंचवटी योजना प्रस्तावित है।

  • सामूहिक शुलभ शौचालय 1 प्र्र्र्र्रस्तावित है।

  • गांव में कुटुम्ब रजिस्ट्रर कम्प्यूटर के द्वारा बनाया गया है।

  • गांव में 4 आंगनबाड़ी केन्द्र बनाए गए हैं।

  • स्वच्छ पेयजल के लिए हैंडपंप लगा है। बिजली कार्य स्कूल में कराया गया है।

  • खंडज़ा 2.5 किमी नया काम, 200 मीटर 200 मीटर रीबोर 2 हुआ है।

  • शोक पित्त 10 बना है।

  • गांव में 600 मीटर नाला का निर्माण किया गया है।

  • गांव में 2 प्राइमरी स्कूल है एक का मरम्मत कार्य हुआ है।

  • 100 हैंडपंप का रिपेयर कराया गया है और पुलिया का निर्माण हुआ है। 


बच्चों को पढऩे के लिए स्कूल 



गांव में बच्चें दूर न जाएं शिक्षा अध्ययन के लिए इसलिए गांव में प्राइमरी स्कूल की व्यवस्था है। गांव के स्कूल में मिडडे मील योजना के अंतर्गत बच्चों को पाषक भरा भोजन उपलब्ध कराया जाता है। 


स्वच्छता अभियान में शामिल अमउत 
आपको बता दें कि अमउत गांव के प्रधान अपने गांव को स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करती रहती हैं और गांव में ग्रामीणों के लिए उनके घर के पास 500 शौचालय का निर्माण कराया है। जबकि 140 अभी भी प्रस्तावित है। गांव को हराभरा रखने के लिए पौधरोपण भी कराया गया है। इसके अलावा गांव में डस्टवीन कूड़ा उठाने के लिए लगवाया गया है। बच्चों को खेलने के लिए खेल का मैदान का व्यवस्थित किया गया है।