भूमि धरी की जमीन पर फर्जी तरीके से अपने नाम कराए जाने के विरोध में ग्राम प्रतिनिधि ने डीएम को सौंपा शिकायती पत्र


आजमगढ़। निजामाबाद तहसील के ओरा गांव में पूर्व प्रधान द्वारा भूमिधरी की  जमीन को लेखपाल से मिलकर फर्जी तरीके से अपने पिता के नाम कराये जाने का मामला प्रकाश में आया है। बुधवार को ग्रामीणों ने ग्राम प्रतिनिधि नितिन उपाध्याय के नेतृत्व में जिलाधिकारी से मिलकर शिकायती पत्र सौंपा और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किये जाने की मांग किया।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को सौपे गये ज्ञापन में बताया कि जनपद के निजामाबाद तहसील के ग्राम ओरा गांव में पुनः चकबंदी हो रही थी लेकिन समय से प्रक्रिया पूरी न होने के कारण 2016 में निरस्त कर दी गयी और सभी अभिलेखों को पुनः तहसील भेज दिया गया।


     खातेदारों के नाम पुरानी खतौनी के आधार पर कम्प्यूटर पर फिडिंग शुरू हुई। इस दौरान गांव के ही पूर्व प्रधान योगेन्द्र चौरसिया तत्कालीन लेखपाल लालचन्द्र से मिलकर धोखाधड़ी व अभिलेखों में हेराफरी कर अपने पिता दुखंती पुत्र रामकुमार का नाम गाटा संख्या 320 में 283 एयर में असंक्रमणीय भूमिधर दर्ज करा लिये। जबकि इस गाटे में गांव के अनेकों परिवारां की भूमिधरी है। योगेन्द्र चौरसिया फर्जी तरीके से संक्रमणीय भूमिधरी दर्ज कराना चाहते है, ऐसे में कास्तकारां को भारी नुकसान होगा। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मांग किया कि धोखाधड़ी व अभिलेखों में हेराफेरी करने वाले तत्कालीन लेखपाल लालचन्द्र व पूर्व प्रधान योगेन्द्र चौरसिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही करते हुए गाटे से नाम खारिज किया जाय।
     ज्ञापन सौंपने वालों में जयप्रकाश राय, बृजेश राय, बटेश्वर राय, महानन्द राय, त्रिभुवन राय, अशोक राय, सुरेश राय, मातवर राय, फूलबदन राय, श्याम नरायन राय आदि मौजूद रहे।