चंदौली। प्रदेश सरकार विकास को लेकर हर दिन नयी नयी कवायद में जुटी है। इसके बाद भी ब्लॉक प्रशासन की लापरवाही के कारण गांवों का विकास डंप पड़ा है। जिसे लेकर गांव में ब्लॉक के अधिकारी और सचिवों के खिलाफ आक्रोश पनपने लगा है। जिला प्रशासन से शासन द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ दिलाने की मांग उठाया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि डोंगल प्रक्रिया से भुगतान शुरू नही होने पर बीते चार माह से गांव का विकास डंप है। ब्लॉक मुख्यालय की गांव ईटवा, सकलडीहा, नागेपुर, तेन्दुईपुर, ताजपुर, दुर्गापुर, बलारपुर, पदुमनाथपुर, चतुर्भुजपुर आदि दर्जनों गांव में स्वच्छता अभियान विभागीय लापरवाही से मुंह चिढ़ा रहा है। गांवों में न तो समय से साफ सफाई शुरू होती है। न तो गांवों डस्टबीन लगाया है। जिसके कारण जगह जगह कुड़ा करकट का अम्बार पड़ा हुआ है। परिषदीय स्कूल के समीप भी कूड़ा करकट होने से काफी परेशानी होती है। ब्लॉक प्रशासन बीडीओ सचिव आवास के मरम्मत के नाम पर लाखों रूपया खर्च कर रही है। लेकिन गांवों की विकास को लेकर उपेक्षित रवैया अपनाये हुए है। जिसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश पनपने लगा है। उधर बीडीओ गुलाब चन्द्र सोनकर ने बताया कि शीध्र ही गांव गांव में कैम्प लगाकर अधूरा विकास कार्य को पूरा कराया जायेगा।
ब्लॉक प्रशासन की उपेक्षा से गांव का विकास डंप