डा. प्रसाद पहले राष्ट्रवादी इतिहासकार थे : सर्वेश जायसवाल

जौनपुर। महान इतिहासकार व अन्तर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त विद्वान डा. काशी प्रसाद जायसवाल की जयन्ती पर जायसवाल समाज सेवा समिति के तत्वावधान में बुधवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नगर के गूलर घाट में आयोजित कार्यक्रम में डा. जायसवाल के व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा करते हुये देश के प्रति उनके योगदान को साझा किया गया। साथ ही जिलाध्यक्ष सर्वेश जायसवाल ने कहा कि डा. काशी प्रसाद पहले राष्ट्रवादी इतिहासकार थे तथा युग निर्माताओं में से एक थे। उनकी विद्वता से प्रभावित होकर अंग्रेजी हुकूमत के दौरान वर्ष 1936 में पटना विश्वविद्यालय ने उन्हें पीएचडी की मानक उपाधि प्रदान की थी। उन्होंने प्राचीन भारत के इतिहास, हिन्दी भाषा और साहित्य पर सैकड़ों मौलिक लेख लिखे।


      बिहार सरकार ने 1950 में उनके नाम पर काशी प्रसाद शोध संस्थान की स्थापना भी किया। इसीक्रम में पूर्व अध्यक्ष इं. विजय जायसवाल ने बताया कि डा. जायसवाल का जन्म 27 नवम्बर 1881 को मिर्जापुर के जमींदार जायसवाल परिवार में हुआ था। उनकी उच्च शिक्षा आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से हुई थी। वह काशी नागरी प्रचारिणी सभा के उप मंत्री भी थे। इसके अलावा अन्य वक्ताओं ने अपना विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री चन्द्रशेखर जायसवाल ने किया। इस अवसर पर अशर्फी लाल जायसवाल, ओमजी सहाय एडवोकेट, अनिल हरिओम, ध्रुव जायसवाल, सत्य प्रकाश जायसवाल, कृष्ण कुमार जायसवाल, विष्णु सहाय, अखिलेश कुमार, संजीव जायसवाल, उमेश कुमार, राजकुमार, सुग्रीव जायसवाल सहित तमाम स्वजातीय बंधु मौजूद थे।