मीरजापुर। जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल के निरीक्षण के दौरान मंडलीय चिकित्सालय में बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। डाक्टरों द्वारा बाहर से दवा लिखने एवं एसआइसी समेत अन्य डाक्टर के देर से आने की शिकायत मिलने पर एसआइसी को हिदायत देते हुए प्रभारी समेत छह डाक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा है। निर्देशित किया कि समस्त डाक्टर अब एसआइसी कक्ष में लगे सीसी कैमरे के सामने उपस्थित पंजिका में अपना हस्ताक्षर करेंगे जिसकी रिपोर्ट तीन-तीन दिन पर मेरे पास भेजना है। पैथालाजी में कर्मचारियों द्वारा जांच और एक्सरे करने में हीलाहवाली बरतने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए उसका शासनादेश दिखाने को कहा। सुबह साढ़े दस बजे चिकित्सालय पहुंचे जिलाधिकारी इमरजेंसी देखने के बाद कई ओपीडी में पहुंचकर मरीजों से बात की। पाया कि हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. एसके श्रीवास्तव और एक महिला डाक्टर द्वारा मरीजों को बाहर से दवा लिखी जा रही है। रैकरी निवासी मरीज पूनम ने बताया कि उनको 500 रुपये की बाहर की दवा लिखी गई है। इस पर उन्होंने बाहर की दवा लिखने वाले सभी डाक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा। एसटीआइ परामर्श कक्ष में डा. उमापति द्विवेदी के यहां आए मरीज एस. सिन्हा ने चर्म रोग के लिए एक साबुन को बाहर से लिखने की शिकायत की।
लहंगपुर निवासी अमरेश कुमार द्वारा शिकायत की गई कि एक्सरे के लिए सुबह 10 बजे से पर्ची कटवाकर लाइन में लगे थे, लेकिन एक्सरे की बारी आई तो टेक्निशियन ने कहा कि 11 बज चुका है। आज का समय समाप्त हो गया है इसलिए उसका एक्सरे कल होगा। यह सुन डीएम वहां पहुंचे तो देखा की काउंटर बंद था। इस पर उन्होंने एसआइसी को बुलाकर एक्सरे कराने को कहा। साथ ही 11 बजे तक एक्सरे बंद करने का शासनादेश दिखाने को कहा। निरीक्षण के दौरान 21 चिकित्सक और संविदा सहित 26 चिकित्सक तैनात होना बताया गया। डीएम ने उपस्थित रजिस्टर व सीसी कैमरा खंगाला तो पाया कि खुद एसआइसी डा. आलोक कुमार साढ़े नौ बजे कार्यालय आए थे। पंकज, डा. नंदलाल, डा. केएन पांडेय, पीयूष साढ़े नौ बजे के बाद हस्ताक्षर बनाते हुए पाए गए। डा. राकेश कुमार 19 नवंबर को अवकाश का प्रार्थना देकर गए हैं इसके बाद से बिना सूचना के अभी तक गायब हैं। इस पर उन्होंने एसआइसी को कड़ी हिदायत देते हुए प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक समेत पंकज, नंदलाल, पीयूष और डाक्टर केएन पांडेय छह डाक्टरों से स्पष्टीकरण देने को कहा। डा. राकेश का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया। इसके अलावा ड्यूटी से गायब रहने पर एसआइसी समेत छह डाक्टरों से स्पष्टीकरण देने को कहा।