गोमती में नहाते समय पांच डूबे, एक की मौत


जौनपुर। सरोज बड़ेवर गांव में शुक्रवार की सुबह स्नान करते समय गोमती नदी में पांच व्यक्ति डूब गए। इसकी खबर लगते ही पहुंचे मछुआरे तुरंत राहत व बचाव कार्य में जुट गए। मछुआरों ने कुछ ही देर बाद सभी को बाहर निकाला लेकिन तब तक एक व्यक्ति की मौत हो चुकी थी। अन्य सभी को सीएचसी केराकत से प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने के कारण बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। गांव के मधुसूदन शर्मा के पिता कमलाकर शर्मा की गुरुवार को तेरहवीं थी। इसमें शामिल होने आए नात-रिश्तेदार रात में रुके थे। जो सुबह करीब दस बजे गोमती नदी में स्नान करने गए थे। नहाते समय गहरे पानी में चले जाने से शिव प्रसाद शर्मा (57) निवासी काशीपुर चेऊता थाना कप्तानगंज जिला आजमगढ़ डूबने लगे। इस दौरान उनको बचाने के प्रयास में गांव के ही ओमकार शर्मा (38), विवेक शर्मा (40) निवासी औंका थाना बक्शा, अंकुर शर्मा (24), वीरेंद्र शर्मा (24) निवासी उमरी थाना बदलापुर भी पानी की तेज धारा में फंसकर डूबने लगे। इस दौरान किनारे मौजूद मछुआरों ने तुरंत नदी में छलांग लगा दी। साथ ही नदी में महाजाल भी डाल दिया। मछुआरों ने सभी को बाहर निकालने के बाद दबाकर पेट से पानी निकाला। उन्हें आनन-फानन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत पहुंचाया। जहां देखने के बाद डाक्टरों ने शिव प्रसाद शर्मा को मृत घोषित कर दिया।


      प्राथमिक उपचार के बाद अन्य चार को बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। हादसे से गांव का माहौल गमगीन हो गया है। पांचों के डूबने के दौरान मंजू देवी की तुरंत दिखाई गई बुद्धिमानी चार लोगों को मौत के मुंह में जाने से बचा लिया। सरोज बड़ेवर घाट गोमती नदी में जब स्नान करते पांच लोग डूबने लगे तो उनकी बचाओ-बचाओ की आवाज नदी किनारे मवेशियों के चारे के लिए घास काट रही मंजू के कान में पड़ी। वह भागते हुए घाट पर पहुंची तो उन्हें डूबते देख बचाने के लिए अपनी चादर फेंकी। नाकाम होने पर डंडा लपकाया लेकिन नदी की धारा में फंसे डूब रहे लोग पकड़ नहीं पाए। इसके बाद मंजू देवी ने तुरंत मोबाइल निकालकर अपने बेटे लाला निषाद को सूचना दी। लाला निषाद के पीछे-पीछे अमित, किशन, सागर, डबलू, रामजनम निषाद भी पहुंचे और बचाने के लिए नदी में कूद पड़े। इस दौरान ग्राम प्रधान जयसिंह यादव भी कुछ मछुआरों को लेकर आ गए। मंजू की बुद्धिमानी की गांव में हर कोई दाद दे रहा है।