सोनभद्र। रॉबट्र्सगंज थाना क्षेत्र के छपका मोहल्ले में विधवा सहाना बानो और उसकी मां मदीना बेगम को दबंगों ने घर में घुसकर पिटाई करने के साथ दुव्र्यवहार किया।घटना की सूचना मिलते ही रॉबट्र्सगंज पुलिस मौके पर पहुंच गई।मौके पर पुलिस पहुंचने के पूर्व हमलावर फरार हो गए। पीडि़त विधवा ने अपनी सास,देवर व चचिया ससुर सहित आधा दर्जन हमलावरों के खिलाफ प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। बता दें कि विधवा सहाना बानो के शौहर की 5 जनवरी 19 को सडक़ दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। शौहर के मरने के बाद ससुराल के लोगों ने विधवा व उसके दो बच्चों को पीटकर घर से निकाल दिया था। ससुराल पक्ष के लोग विधवा के हक की संपत्ति हड़पने की नियत से ग्राम पंचायत अधिकारी को भी प्रभाव में लेकर कुटुंब रजिस्टर में उसका नाम दर्ज होने नहीं दिया जा रहा था। पीडि़ता विधवा ने 18 नवंबर 19 को तहसील दिवस पर जिलाधिकारी से मिलकर ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ प्रार्थना पत्र देकर कुटुंब रजिस्टर में नाम दर्ज करवाने के साथ ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया था। जिलाधिकारी के फटकार के बाद एडीओ पंचायत के निर्देशन में विधवा का नाम कुटुंब रजिस्टर में दर्ज कराते हुए उसे असल कागजात भी उपलब्ध करा दिया गया।
जिलाधिकारी के निर्देश पर रॉबट्र्सगंज पुलिस ने विधवा को उसके घर में प्रवेश कराने के लिए मौके पर जब गई तो ससुराल पक्ष के लोगों घर में ताला बंद कर फरार हो गए थे। विधवा अपने दो बच्चों के साथ सडक़ पर सो कर दो दिन रात गुजार दी। रॉबट्र्सगंज पुलिस ने विधवा व उसकी मां तथा दोनों बच्चों को छपका गांव में जब्बार के घर में रहने के लिए एक कमरा दिलवा दिया था। दिनांक 21 नवंबर 19 को सुबह 6:30 बजे आधा दर्जन से ज्यादा हमलावर जब्बार के घर में घुसकर विधवा तथा उसकी मां को गाली गलौच तथा जान से मारने की धमकी देने के साथ दोनों की पिटाई करने लगे। महिलाओं की चीख-पुकार सुनकर जब मकान मालकिन बीच-बचाव करने आई तो दबंगों ने उसको भी पीट दिया। घटना की सूचना मिलते ही राबट्र्सगंज पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गई है परंतु खबर लिखे जाने तक पुलिस ने दबंगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत नहीं किया था। पीडि़ता विधवा के पक्ष के लोगों ने घटना की जानकारी एसपी तथा जिलाधिकारी को देकर कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं। हमलावरों को बचाने के लिए सत्ता पक्ष के कुछ रसूखदार अफसरों के यहां उनकी पैरवी करने में जुट गए हैं। वहीं पीडि़ता अपनी मां तथा दोनों बच्चों को लेकर जिलाधिकारी के आवास पर धरने पर बैठ गई है।