गाजीपुर। शासन- प्रशासन के रोक के बावजूद सैदपुर-सादात मार्ग पर हीरानंदपुर गांव में गांगी नदी पर स्थित जर्जर पुल पर धड़ल्ले से भारी ट्रकों का आवागमन जारी है। अगर यही हाल रहा तो किसी दिन बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। गौरतलब है कि दो माह पूर्व भारी बरसात व बाढ़ से पुल एक तरफ धंस गया। एक तरफ की दीवार में दरारें आ गई गईं। उस समय पीडब्ल्यूडी व पुलिस प्रशासन ने इस पुल से भारी वाहनों के चलने पर रोक लगा दी थी। पुल से 200 मीटर दूरी तक दोनों तरफ लोहे की कम ऊंचाई की बैरिकेडिग भी लगाई गई थी लेकिन थोड़े ही दिन बाद इस बैरिकेडिग को किसी अज्ञात वाहन ने तोड़ दिया।
तब से रास्ता खुले होने पर सभी प्रकार के बड़े वाहनों सहित 20-25 से ज्यादा लोडेड ट्रक रोज धड़ल्ले से गुजर रहे हैं। पुल के पास विभाग ने भारी वाहनों के प्रवेश वर्जित का बोर्ड भी लगाया है लेकिन इसका कोई असर नहीं है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सैदपुर पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से बड़े वाहन आ जा रहे हैं। उदाहरण दिया कि सैदपुर स्थित बस स्टैंड पर ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मी लोहे की बैरिकेडिग लगाएं हैं लेकिन वाहनों से वसूली कर उन्हें के लिए जाने का रास्ता दे देते हैं। सादात के ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि कमलेश सिंह ने पीडब्ल्यूडी व शासन से मांग की है कि इस पुल की जर्जर स्थिति को देखते हुए वहां पर नए पुल का निर्माण जल्द ही कराया जाए। साथ ही बरसात के कारण कई जगहों से टूटकर गड्ढे में तब्दील हो चुके इस मार्ग के पुनर्निर्माण की जोरदार आवाज उठाई है। प्रमुख प्रतिनिधि ने बताया कि यह पुल सैकड़ों गांवों के जोडऩे के साथ ही सादात, जखनियां के लोगों के लिए लाइफ लाइन कहा जाता है।