सोनभद्र। पीएफ घोटाले को लेकर राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन का कार्य बहिष्कार दूसरे दिन गुरूवार को भी जारी रहा। विरोध कार्यक्रम के दूसरे दिन शाखा ओबरा के सभी सदस्य ओबरा के झरिया नाला गेट पर इक्कठा होकर पूरे दिन विरोध सभा की तथा सामान्य पाली में कार्यरत अवर अभियंता एवं प्रोन्नत सहायक अभियंताओं ने निगम के कार्यों का बहिष्कार किया। संगठन के इस कार्य बहिष्कार कार्यक्रम को अन्य संगठनों ने पूरा समर्थन दिया है। संगठन का दावा है कि कार्य बहिष्कार से पूरे प्रदेश में विद्युत व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित रही और कई जगह आम जनता को विद्युत संकट झेलने पड़ रहे है। सभा मे मौजूद संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक बीडी विश्वकर्मा ने मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री से कर्मचारियों के भविष्य निधि की गारन्टी के लिए अतिशीघ्र गजट नोटिफिकेशन जारी करने की अपील की। कहा कि ऊर्जा निगमों में कार्यरत सभी कर्मचारियों के भविष्य निर्वाह राशि को गलत तरीके से एक दिवालिया कम्पनी डीएचएफएल में लगा दी गई है और इस कम्पनी के डूबने से कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय हो गई है। जूनियर इंजीनियर्स संगठन के शाखा सचिव इ.ओपी पाल ने कहा कि रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा डीएचएफएल के निदेशक मंडल को भंग कर प्रसाशक नियुक्त होने से कर्मचारियों के भविष्य निधि राशि की वापसी अत्यधिक कठिन हो गई है क्योंकि डीएचएफएल में जमा धनराशि असुरक्षित श्रेणी की है। अत: राज्य सरकार द्वारा कार्मिको के धन की गारंटी लेना ही एकमात्र विकल्प शेष है।
अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने भी सरकार से गजट नोटिफिकेशन जारी करने की अपील की अन्यथा की स्थिति में कर्मचारी भीषण आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। सभा स्थल पर प्रदेश सरकार, ऊर्जा मंत्री एवं ट्रस्ट के प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। सभा की अध्यक्षता शाखाध्यक्ष इ.अभय प्रताप सिंह तथा संचालन सचिव इ.ओपी पाल ने किया। सभा में जूनियर इंजीनियर्स संगठन उत्पादन निगम के प्रांतीय अध्यक्ष इ.आरजी सिंह, विद्युत मजदूर संगठन के प्रांतीय महामंत्री शशिकांत श्रीवास्तव, इ.केएस सिंह, अभियंता संघ के क्षेत्रीय सचिव इ.अदालत वर्मा, विद्युत कार्मिक कार्यालय संघ के अध्यक्ष शाहिद अख्तर, पशुपति नाथ विश्वकर्मा अध्यक्ष बिजली कर्मचारी संघ, दीपक कुमार अध्यक्ष कार्मिक सहायक कार्यालय संघ, जनार्दन पाण्डेय, आशुतोष मिश्रा, रितेश कुमार मिश्रा, अशरफ अली, गोपाल सिंह, मनीष यादव, कुमार कमलेश, राम अवध, अजय सिंह, असीम कुमार गुप्ता, रवि भूषण तिवारी, बलराम प्रजापति, कलीम इस्माइल सहित सैकड़ों अवर अभियंता, सहायक अभियंता एवं अन्य संगठन के पदाधिकारी और कार्मिक मौजूद रहे।