कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर भव्य कुश्ती का आयोजन 


वाराणसी। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शिवपुर रामलीला मैदान में कुश्ती का आयोजन किया गया यह भारतीयों के लिए प्राची खेलों में से एक अनोखा खेल माना है। इस खेल में एक पहलवान दूसरे पहलवान को कुश्ती के मैदान में अचेत करते हुए अपने को विजय प्राप्त करता है इसके खेल का आयोजन कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही किया जाता है, इस खेल में कुश्ती करने के लिए उत्तर प्रदेश के कोने कोने से पहलवान आते हैं। और इस खेल में प्रथम द्वितीय व तृतीय विजेता को पुरस्कार द्वारा सम्मानित किया जाता है। इस आयोजन में उत्तर प्रदेश के स्वतंत्र प्रभार मंत्री व क्षेत्र के विधायक रविन्द्र जयसवाल  आकर सभी पहलवानों को उत्साहित व प्रतिभाशाली पहलवान बनने की मां अष्टभुजा से व बाबा भोलेनाथ जी से कामना की, और कुश्ती करने के लिए मिट्टी के जगह डंबल के गद्दा पर कुश्ती करने के लिए अपनी तरफ से देने का वादा किया। जिस पर पहलवानों को कहीं पर कुश्ती हो उसी गद्दे पर कुश्ती करें, जिसकी वजह से कभी चोट न लग सके।


         इस कुश्ती का आयोजक रामचंद्र पहलवान, हरनाथ पहलवान, जीतू यादव, राम प्रसाद यादव, काशी यादव,  दिनेश कुमार गुरुदेव, तरना वार्ड के पार्षद संदीप त्रिपाठी, अनिल यादव, महेंद्र यादव, गोरख यादव, अजय यादव कमलेश यादल व क्षेत्र के सभी पहलवान और नागरिकगण सम्मिलित होकर इस खेल का आयोजन  को भव्य हैं। कुश्ती एक अति प्राचीन खेल, कला एवं मनोरंजन का साधन है। यह प्राय: दो व्यक्तियों के बीच होती है जिसमें खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंदी को पकडक़र एक विशेष स्थिति में लाने का प्रयत्न करता है। कुस्ती हमारे बाबा पर बाबा के जमाने से खेला जाने वाला खेल है जिसे आज भी लोग उतनी ही लगन से खेलते और देखते हैं जैसे पहले के जमाने में देखा जाता था. बहुत से बड़े बड़े दिग्गज जिन्होंने कुस्ती के बल पे हमारे देश का नाम भी रौशन किया है. जैसे की: दारा सिंह, सुल्तान, गुलाम मोहम्मद , उदय चन्द, सुशिल कुमार सोलंकी, साक्षी मालिक, गीता फोगट आदि. इन सभी के अपने कुछ नियम व कानून थे जिसके दम पे उन्होंने अपने नाम झंडा पुरे विश्व पे फैराया।


       क्या आप भी चाहते हैं उनके जैसा बनना यदि हाँ तो आपको कुछ कुस्ती के नियम और कानून को ध्यान में रखते हुए कुस्ती सीखनी व खेलनी पड़ेगी. वैसे तो हम बहुत बड़े ज्ञानी नहीं है लेकिन हमारी पूरी कोशिस रहेगी की आपको कुछ सीखा सकें और आप खुद को कुस्ती में निपुण कर पाए।