क्या शहर क्या गांव हर जगह लोगों में स्वच्छता के प्रति आ रही है जागरूकता


वाराणसी। स्वच्छ भारत का सपना जो कि महात्मा गांधी जी ने देखा था आज उसे पूरा करने के लिए पूरा भारत लगा हुआ है। गांधी जी का सपना था कि हमारा देश भी विदेशों की तरह पूर्ण स्वस्थ और निर्मल दिखाई दे। आज क्या शहर क्या गांव हर जगह लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता आ रही है। वहीं पीएम मोदी ने स्वच्छता अभियान के प्रति बिगुल फूका तो भारत की पब्लिक उनके साथ दिख रही है। दरअसल, स्वच्छता अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि पूरे भारत देश को स्वस्थ एवं साफ-सुथरा बनाया जा सके। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों कि बात करें तो आज से कुछ समय पहले तक लोग घरों से बाहर खुले मैदानों में शौच करने जाते थे। लेकिन आज जागरूकता का असर है कि हर गांव में अधिक से अधिक शौचालय का निर्माण हो चुका है। वहीं गांव में सडक़, बिजली, पानी और शौचालय पर खास जोर दिया जा रहा है। अगर आप कुछ साल पहले की बात करें तो गांव-देहात की सडक़े काफी खराब हुआ करती थी। लेकिन अब लोगों में जागरूकता आने के साथ-साथ ग्राम प्रधान भी अपने गांव को सवारने में लगे हैं। ग्राम प्रधान अपने गांव को ओडिफ बनाने में लगे हैं। जबकि आज कई गांव ऐसे हैं जो आर्दश गांव के दौड़ में शामिल हो चुके हैं। आपको बता दें कि आज जब आप गांव में प्रवेश करेंगे तो कई गांव में आपको  शानदार प्रवेश द्वार दिखेगा जो गांव का परिचय कराने के लिए काफी है। वहीं आपको कई गांव में सडक़ बनती दिखेगी या अच्छी इंटरलांकिग से साफ-सुथरी सडक़ आपको मोह लेगी। अब गांव में बच्चों को खेलने के लिए मैदान को भी साफ-सुथरा रखा जा रहा है। तो हर गांव में पर्यावरण के तहत पौधरोपण का भी कार्य जारी है। वहीं सामूहिक रूप से मंदिर को ग्राम प्रधान अच्छी व्यस्था करने में लगे हैं। प्रस्तुत है कुछ गांवों की विकास की तस्वीर और जानते हैं ग्राम प्रधान कैसे बना रहे हैं अपने गांव की खूबसूरत तस्वीर........



लोढ़ान। बारिश के दिनों में कभी सडक़ो और गलियों में पानी भर जाया करता था। लेकिन अब इस समस्या को हमेशा के लिए निजात दिलाने के लिए इंटरलॉकिंग की व्यस्था की जा रही है। यह तस्वीर आप देख रहें हैं हरहुआ ब्लाक के लोढ़ान की गांव की। इस गांव के चारो तरफ की सडक़ो को बाकायदे इंटरलॉकिंग कराया जा रहा है। ग्राम प्रधान मुरारी यादव के अनुसार इंटरलॉकिंग की सडक़े जल्दी खराब नहीं होती। जबकि पहले की सडक़े जगह-जगह से उखड़ जाया करती थी। इसके साथ ही यह दिखने में भी सुंदर लगती हैं। अपने गांव को सुविधायुक्त बनाने में ग्राम प्रधान ने कोई कसर नहीं छोड़ी  है।



 


ऐढ़े। गांधी जी ने स्वच्छ भारत का सपना देखा था और अब इसे सकार रूप दे रहें हैं भारतवासी। आपका गांव है तो झाड़ू भी आपको ही लगाना पड़ेगा। कुछ ऐसी विचारधारा रखते हैं ऐढ़े गांव के ग्राम प्रधान प्रदूम पाण्डेय। वैसे तो गांव में सफाईकर्मी नियुक्त हैं। लेकिन ग्राम प्रधान अपने ग्रामीण साथियों के साथ सप्ताह में कई दिन हाथ में झाड़ू लेकर निकल पड़ते हैं स्वच्छता का संदेश देने के लिए। यह तस्वीर आपको यह बताने के लिए काफी है कि आप अपने घर,गांव और गांव की सडक़ो की सफाई खुद कीजिए। इससे एक तरफ जहां आप बिमारियों से बचेगे वहीं गांव की तस्वीर देख कर आपकी प्रशांसा भी होगी। 



भेलखा। अब वो दिन गए जब गांव की गलियों में मोरंग और मिट्टी की सडक़े बना करती थी। अब शहर के नक्शेकदम पर गांव में भी सडक़े सिमिटेड ईट और आरसीसी के रूप में आपको दिखने लगी हैं। अब आपको इन गलियों में चलने पर हिचकोले नहीं लगेगे और न ही चोटहिल होने आशंका होगी। ऐसे में यह तस्वीर है हरहुआ ब्लाक के भेलखा गांव की जहां गांव के लोगों को सुगम सुविधा देने के लिए इस गांव के ग्राम प्रधान राजकुमार राठौर ने गांव में सिमिटेंड ईट की सडक़े का निर्माण करा रहे हैं। इनके अनुसार किसी गांव की परिचय यहां की सडक़े ही कराती हैं गांव में आने से पहले।



सुतबलपुर। गांव की राह मेें या फिर घर के आसपास पानी न जमा हो इस बात ख्याल रखना जरूरी है। ऐसे में सुतबलपुर के ग्राम प्रधान कमला देवी ने अपने गांव के लोगों के सहूलियत के लिए जलनिकासी के लिए सीवर पाइप को बिछवाना शुरू कर दिया है। दरअसल, गांव की मूलभूत सुविधाओं में जलनिकासी भी आता है। इस गांव में हरियाली भी दिखती है जो पर्यावरण के मद़देनजर बहुत जरूरी भी है। गांव ग्रामीणों के साथ हर सुखदुख में खड़े रहने के कारण सभी को प्रिय हैं इस  गांव के ग्राम प्रधान।



कोईराजपुर। किसी गांव के विकास का अंदाजा वहां की सडक़, बिजली और पानी की सुविधा से लगा सकते हैं। खासकर मुख्य मार्ग से गांव को जोडऩे वाली सडक़े खास होनी चाहिए। ये कहना है हरहुआ ब्लाक के कोईराजपुर गांव के प्रधान गोपाल यादव का। अपने व्यस्त कार्यो से समय बचाकर यहां के प्रधान गोपाल यादव खुद खड़े होकर सडक़ का निर्माण करा रहे हैं। कोईराजपुर निवासी अपने गांव के विकास कार्य को लेकर प्रसन्नता महसूस करें इसके लिए ग्राम प्रधान बन रहीं इंटरलॉकिंग सडक़ निर्माण में हर वो बारीकियों पर ध्यान दे रहें हैं जो बाद में किसी तरह का शिकवा शिकायत न रह जाय।



अहिरान। गांव के विकास कार्य तेज गति से हो रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि कुछ साल पहले तक गांव की सडक़ पत्थर की पटिया और ढ़ोका से बना करती थी। जो बरसात के दिनों में कुछ ढ़ोके उखड़ जाते थे। जिससे आवागमन में परेशानी होती थी। लेकिन अब गांव की सडक़ो को भी इंटरलॉकिंग और आरसीसी से बनाया जा रहा है। इससे लोगों को चलने में सुगमता होगी तो वहीं विकास कार्य की एक झलक भी दिखेगी। यह तस्वीर आप हरहुआ ब्लाक के अहिरान गांव की देख रहें हैं। इस गांव के ग्राम प्रधान रामदेव यादव ने अपने अगुवाई में गांव की तस्वीर बदलने की बीड़ा उठाया है। 


 



सभईपुर। गलिया सडक़े स्वच्छ हमारी, हमने किया अब आपकी बारी। ये लाइन सभईपुर के ग्राम प्रधान की ओर से ग्रामीणों को संदेश है। ग्राम प्रधान ने अपने गांव की मुख्य मार्ग से जुडऩे वाली और गांव के अंदर की सडक़े इंटरलाकिंग करा दिया है। वैसे तो गांव और सडक़ो को साफ सुथरा रखने के लिए सफाईकर्मी नियुक्ति किए गए हैं, लेकिन गांव आपका है तो कुछ नैतिक जिम्मेदारी आपकी भी बनती है कि इन सडक़ो को ऐसे ही साफ-सुथरा रहने दें। सभईपुर के ग्राम प्रधान देवेन्द्र नारायण सिंह कहते हैं कि इस गांव के विकास कार्य कराने में कोई कसर  नहीं छोड़ी गई है। इसके साथ ही गांव के लोगों का पूरा सहयोग रहता है। 


 



प्रतापपट्टी। गंदगी से मच्छर पनपते हैं। पेड़ की पत्तियों के गिरने से ढ़ेर लग जाता है। फिर इसमें पनपते हैं मच्छर इस बात को प्रतापपट्टी के ग्राम प्रधान ने समझा और मच्छर से ग्रामीणों को परेशानी न हो इसलिए सप्ताह में तीन बार दवा का छिडक़ाव शुरू करा दिया। गांव के हर एक उस जगह जहां से मच्छर पनपने की संभावना होती है या फिर मच्छर पैदा हो सकते हैं वहां पर दवा छिडक़ाव जारी है। इस तस्वीर के द्वारा यह संदेश है कि आप हेल्थ के प्रति जागरूक रहें। कहते हैं न हेल्थ इज वेल्थ। ग्राम प्रधान राकेश कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि गांव की सभी समस्या का निपटारा प्राथमिकता के तौर पर करते हैं।


 



गनेशपुर। गांव स्वच्छ होगा तो बीमारी नहीं होगी। इसके लिए सबसे जरूरी है गांव के लोगों के द्वारा प्रयोग करने के बाद गंदा पानी के निकासी सही तरीके से हो। ऐसे में सबसे जरूरी है जलनिकासी के लिए पाईप सही तरीके से विछाया जाय। इस बात को भलीभॉत समझा हरहुआ ब्लाक के गनेशपुर के ग्राम प्रधान महेन्द्र प्रसाद ने। इन्होंने गांव के सभी विकास के साथ ही जलनिकासी के लिए व्यवस्था के तहत पाइप लगवाना शुरू कर दिया है। दरअसल, स्वच्छ भारत  के सपने को साकार रूप देने के लिए ये सारे कार्य किये जाने जरूरी है। वहीं ग्रामीणों के लिए सुविधा भी होगी।