मवेशियों को लेकर जा रही पिकअप पलटी, सात मवेशी बरामद


सोनभद्र। रायपुर थाना क्षेत्र के रतुआं बलई डाङ मोङ के पास सोमवार को पशुओं से भरी एक पीकअप अनियंत्रित होकर पलट गई,जिसमें 4बैल ,3गाय थी । ग्रामीणों की सहायता से पिकअप और बैलों को थाने में लाया गया ।आवश्यक कार्यवाही कर गाय और बैलों को ग्रामीणों को पालन हेतु वितरित कर दिया गया। पुलिस अधीक्षक से क्षेत्र की जनता मांग कर रही है कि जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए पशु तस्करी पर अंकुश लगावें। इन दिनों पशु तस्करी का सुरक्षित क्षेत्र बन गया है।बतादें कि चोरी चूप्पे पशु तस्करी का धंधा काफी अरसे से चल रहा था।


      लेकिन चार महीने से खुलेआम चल रहा है।इस कार्य में चार दस चक्का ट्रक. तीन मीनी ट्रक. दो दर्जन के लगभग पीक अप हैं।रात्री के बारह बजे से शुरू होकर सुबह आठ बजे तक पशुओं को लेकर बिहार जाती हैं।जिसे रोकने वाला कोई नहीं है।इस सम्बंध में वैनी खलियारी के लोगों ने प्रदर्शन भी किया था, उच्चाधिकारियों से रोक लगाने की मांग भी किया था लेकिन अब तक किसी भी अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया।गाड़ियों की स्पीड इतनी तेज होती है कि दो किमी दूर से ही पता चल जाता है कि पशुओं की गाड़ी आ रही है।लोग सड़क छोड़कर किनारे भाग जाते हैं।


      अब तक पशु लदे गाड़ियों से दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है। यह धंधा करमा थाना क्षेत्र से लेकर रावर्ट्सगंज. पन्नूगंज होते रायपुर से बिहार प्रवेश कर जाता है।कहीं से भी गाड़ियां आएगीं बगैर रायपुर थाना क्षेत्र के बिहार नहीं जा सकती हैं।प्रत्येक दिन दर्जनों गाड़ियां किसके इशारे पर बिना किसी रूकावट के बिहार जाती हैं? रास्ते में पड़ने वाले थानों की पुलिस क्या करती है? कहीं पुलिस की मिलीभगत तो नहीं है?आखिर कौन है इसका जिम्मेदार।