रोगी के उम्र और रोग के अवस्था को देखते हुए चिकित्सक दें दवा


वाराणसी। होम्योपैथ की शुरूआत डॉ. सेम्युल हेनीमेन ने किया था जो मूलत: एलोपैथ के चिकित्सक थे। लेकिन एलोपैथ से संतुष्ट नहीं हुए तो उन्होंने इसकी शुरूआत की। इसके बाद इनको होमियोपैथ से रिजल्ट अच्छे मिलने लगे तो उन्होंने इसका विस्तार किया। हेल्थ एक्सपर्ट मानते हैं कि होमियोपैथ असरकार, सुरक्षित और पूर्ण चिकित्सा पद्धति है। अगर आप होमियोपैथ चिकित्सक से इलाज करा रहे हैं तो काफी हद तक आपको आराम मिलने की संभावना है। बसर्ते चिकित्सक की सलाह पर सही समय सही डोज लें। जाने एक्सपर्ट की राय.........



 


संवाददाता : होमियोपैथ दवा के फायदें क्या हैं? 
डॉक्टर :    होमियोपैथ दवा करने से रोग न तो दबता है और न ही अपना रूप आगे बढ़ाता है। होमियोपैथ से रोग समुल नष्ट हो जाता है और रोगी भी अच्छा महसूस करता है। 



संवाददाता : होमियोपैथ दवा कैसे काम करती है ? 
डॉक्टर  :    होमियोपैथ दवा अपने सिद्धात सिमिलिया-सिमिलिबस क्यूरेंटर के तहत कार्य करती है। यदि समान लक्षण रोगी और दवा का समान मिलान का हो जाय और रोगी के प्रवृति का मिलान हो जाय तो रोग समुल नष्ट हो जाऐगा। 



संवाददाता : होमियोपैथ की दवा लेने का तरीका क्या है? 
डॉक्टर    : होमियोपैथ दवा लेने का तरीका रोग पर निर्भर करता है। यदि तत्काल वाला कोई रोग है तो उसमें दवा 10-10 मिनट पर भी चल सकता है। 



संवाददाता : होमियोपैथ से नुकसान क्या है? 
डॉक्टर  :   होमियोपैथ दवा तभी नुकसान करती है जब बेस्ट सलेक्टेड मेडिसीन नहीं दिया जाएगा। ऐसे में रियेक्शन हो सकता है। 



संवाददाता : क्या सभी रोगों में होमियोपैथ की दवा काम करती है? 
डॉक्टर   : हां, होमियोपैथ की दवा सभी रोगों में काम करती है। लेकिन बार-बार आपरेशन जैसे कि कान के पर्दे का किया गया है तो वहंा काम कम करती है। 



संवाददाता : होमियोपैथ दवा में परहेज जरूरी है क्या ? 
डॉक्टर : यदि बीमारी हो जाती है तो बिमारी से संबंधित परहेज करना है जैसे कि निमोनिया में ठंडी चीजें नहीं खानी चाहिए।



संवाददाता : होमियोपैथ की दवा से कोई साइड इफ्ेक्ट होता है क्या ? 
डॉक्टर : होमियोपैथ की दवा होमिपैठ की दवा कोई साइड इफ़ेक्ट नही होता है। जबकि ऐलोपैथिक से शरीर पर  कोई न कोई साइड इफ़ेक्ट होता है। 



संवाददाता : होमियोपैथ की चिकित्सा पद्धति कैसे काम करती है?
डॉक्टर : होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति सोरा सिखलीस सैकोसिश के आधार पर काम करती है, जैसे आयूर्वेद चिकित्सा पद्धति कफ पित्त और वायु पर कार्य करती है और एलोपैथ बैटरियां वायरस इंफेक्शन पर काम करती है।



संवाददाता : होमियोपैथ में दवा लेने की मात्र कैसे निर्धारित होती है। 
डॉक्टर: होमियोपैथी दवा लेने का दवा की मात्रा कम या मिनिमम डोज दी जाती है जबकि ऐलोपैथिक में हायर डोज दिया जाता है। 



संवाददाता : होमियोपैथ से शरीर पर कोई नकरात्मक प्रभाव ? 
डॉक्टर : होमियोपैथ से शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव नही पड़ता होमियोपैथिक दवा हर्बल से बनी हुई होती है। 



संवाददाता : होमियोपैथ में सभी रोगों का इलाज सम्भव है?
डॉक्टर : होमियोपैथ में सभी रोग के इलाज संभव है। यहां तक कि पुराने से पुराने रोग या नये रोग का इलाज होम्योपैथ से सभव हो चुकी है।



संवाददाता : होमियोपैथ की दवा लेने का नियम क्या है? 
डॉक्टर : होमियोपैथ की दवा लेते समय सुगन्ध से सम्बंधित कोई भी खाद्यय ये पेय पदार्थ नही लेना है जैसे कच्चा लहसुन प्याज अदरक पेय पदार्थ में एल्कोहल सुर्ती पान इत्यादि।


डॉ जेजे सिंह, एमडी होम्योपैथी
प्राइम साईन्टिफिक होम्योपैथिक क्लीनिक, पाण्डेयपुर, वाराणसी।


 



संवाददाता : होमियोपैथ की दवा से कोई साइड इफ्ेक्ट होता है क्या ? 
डॉक्टर : होमियोपैथ की दवा होमिपैठ की दवा कोई साइड इफ़ेक्ट नही होता है। जबकि ऐलोपैथिक से शरीर पर  कोई न कोई साइड इफ़ेक्ट होता है। 



संवाददाता : होमियोपैथ की चिकित्सा पद्धति कैसे काम करती है?
डॉक्टर : होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति सोरा सिखलीस सैकोसिश के आधार पर काम करती है, जैसे आयूर्वेद चिकित्सा पद्धति कफ पित्त और वायु पर कार्य करती है और एलोपैथ बैटरियां वायरस इंफेक्शन पर काम करती है।



संवाददाता : होमियोपैथ में दवा लेने की मात्र कैसे निर्धारित होती है। 
डॉक्टर: होमियोपैथी दवा लेने का दवा की मात्रा कम या मिनिमम डोज दी जाती है जबकि ऐलोपैथिक में हायर डोज दिया जाता है। 



संवाददाता : होमियोपैथ से शरीर पर कोई नकरात्मक प्रभाव ? 
डॉक्टर : होमियोपैथ से शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव नही पड़ता होमियोपैथिक दवा हर्बल से बनी हुई होती है। 



संवाददाता : होमियोपैथ में सभी रोगों का इलाज सम्भव है?
डॉक्टर : होमियोपैथ में सभी रोग के इलाज संभव है। यहां तक कि पुराने से पुराने रोग या नये रोग का इलाज होम्योपैथ से सभव हो चुकी है।



संवाददाता : होमियोपैथ की दवा लेने का नियम क्या है? 
डॉक्टर : होमियोपैथ की दवा लेते समय सुगन्ध से सम्बंधित कोई भी खाद्यय ये पेय पदार्थ नही लेना है जैसे कच्चा लहसुन प्याज अदरक पेय पदार्थ में एल्कोहल सुर्ती पान इत्यादि।


डॉ अजय कुमार राय 
शिवम होमियो क्लीनिक, सारंग तालाब, वाराणसी।