साँई बाबा की निकली भव्य शोभायात्रा


चंदौली। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सैयदराजा में देव दीपावली सहित विविध प्रकार के सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन किए गए। जिसको लेकर सुबह से देर रात्रि तक नगर में एक अलग तरह का उत्सव का माहौल दिखाई दिया। इस दौरान नगर की सामाजिक संस्था नवयुवक संघर्ष सेवा समिति के सदस्यों एवं गायत्री परिवार के लोगों द्वारा एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम के तहत शहीद स्मारक स्तंभ पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। तदुपरांत पूरे प्रांगण में 11 सौ दिए जला कर शहीदों को नमन किया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि आज हम सभी लोग जितने भी कार्यक्रम आजादी के साथ खुले माहौल में कर रहे हैं।  आज वह देश के अमर शहीदों के बलिदान के कारण ही सम्भव हो पा रहा है। इस लिए देव दीपावली के दिन हजारों दीये जलाकर इन शहीदों को समर्पित कर रहे हैं। वहीं कुमारी सोनल व कुमारी नेहा मोदनवाल के द्वारा आकर्षक ढंग से सजायी गयी रंगोली पर उन्हें संस्था के द्वारा शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया। नगर पंचायत कार्यालय के समीप तालाब पर चेयरमैन विरेन्द्र जायसवाल एवं  संस्कार भारती द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में गंगा महा आरती एवं गंगा पूजन किया गया। साथ ही घाट के चारों तरफ हजारों दीप प्रज्वलित कर देव दीपावली मनाई गई। एवं जमकर आतिशबाजी की गई।  


         इस दौरान कार्यालय परिसर में सिक्ख समुदाय के लोगों ने पहली बार सिक्ख धर्म के प्रथम गुरु गुरुनानक देव जी का 550वां प्रकाश उत्सव मनाया। जिसमे बाबा परमजीत सिंह ने गुरुग्रंथ साहब का पाठ किया एवं प्रसाद बांटा। सरदार सतनाम सिंह ने बताया कि गुरुनानक देव जी महाराज का जन्म ननकाना साहिब में हुआ था। वे अपने पूरे जीवन काल मे 38 हजार मील की पदयात्रा की थी। उन्होंने  सन 1522 में करतारपुर में गुरुद्वारे की नींव रखी थी। उन्होंने कहा था कि किरत करो, नाम जपो। वे पर्यावरण को लेकर 500 साल पहले ही कहा था। 1- पवन ( गुरु ) 2- पानी ( पिता ) 3- धरती ( माता ) इन सभी पर ज्यादा ध्यान देना है। तभी हम स्वस्थ रह पाएंगे। कार्यक्रम में थाना प्रभारी निरीक्षक एसपी सिंह, सरदार मनमोहन सिंह, गुरमीत कौर, रविंदर सिंह काके, हरजीत सिंह पम्मी, पिंटू सिंह, मंगला सिंह, कमल पांडेय, कन्हैयालाल सभासद आदि शामिल रहे।