सक्रियता से ही प्रतिभाओं का विकास, अंध विश्वास से बाहर निकलने की जरूरत : आनंदीबेन पटेल


वाराणसी। राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि कोई स्कूल छोटा या बड़ा नहीं होता है। वहीं हर बच्चों में अलग-अलग प्रतिभाएं होती है। कोई पढऩे में अव्वल होता है तो किसी की रूचि संगीत, खेल, पेंटिंग, साहित्यक या अन्य क्षेत्रों में होती है। ऐसे में विद्यालयों का यह दायित्व है कि वह विद्यार्थियों की रूचि व कौशल के अनुसार एक्टिविटी कराएं। सक्रियता से  ही प्रतिभाओं का विकास होता है।  वह बुधवार को वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कालेज (भैरोनाथ) के 62वें स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि वर्षभर विविध प्रतियोगिताओं के कराने के लिए विद्यालयों को कैलेंडर बनाना चाहिए ताकि विद्यार्थियों को प्रदेश स्तर पर अपनी प्रतिभा निखारने का मौका मिल सके।  इस दौरान पानी की महत्ता बताते हुए उन्होंने छात्राओं से भोजन-पानी की बर्बादी रोकने का संकल्प दिलाया। इस दौरान उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से जागरण के अभियान 'आधा गिलास पानी' व पर्यावरण का समर्थन किया। कहा कि नगर निगम एक दिन पानी आपूर्ति बाधित होती है तो महिलाएं आंदोलन करने उतर जाती है।


      वहीं दूसरी ओर उपलब्धता होने पर प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बर्बाद किया जाता है। उन्होंने छात्राओं से आधा गिलास पानी' ही लेने की सलाह दी। कहा कि गंगा मइया सिर्फ काशी की ही नहीं पूरे देश की है। ऐसे में दूसरों की भी चिंता करें। शादी व उत्सवों में जितनी जरूरत हो, छात्राओं से उतना ही प्लेट में खाना लेने की भी सुझाव दिया ताकि भोजन बर्बाद न हो सके। भूखों को खाना खिलाना भी हमारा ही कर्तव्य है। हम सभी को समाज सेवा करनी चाहिए। कहा कि अंध विश्वास से बाहर निकलने की जरूरत है। तमाम बच्चे मोरपंखी के पत्ते तोड़ कर अपने किताबों में रखते हैं। उनका मानना है कि इससे विद्या आती है। विद्या मोरपंखी रखने से नहीं पढऩे से आती है। ऐसा करके आप पर्यावरण को क्षति पहुंचाते हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए हम सभी को आगे आने की जरूरत है। इस दौरान राज्यपाल ने विद्यालय परिसर में आम का पौधा भी रोपा। इसके अलावा फीता काटकर विज्ञान प्रदर्शनी का भी उन्होंने उद्घाटन किया। इस मौके पर छात्राओं ने विविध रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समूह नृत्य, राजस्थानी नृत्य, लोकगीत की प्रस्तुति कर छात्राओं ने खूब वाहवाही लूटी।  स्वागत संयुक्त रूप से संस्था के प्रबंधक संजय कुमार व अध्यक्ष कल्याण राय महराज, संचालन नीलम सिंह व धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य डा. मुक्ता पांडेय ने किया।


        समारोह में समारोह में संयुक्त शिक्षा निदेशक अजय कुमार द्विवेदी, उप शिक्षा निदेशक ओंकार शुक्ला, डीआइओएस डा. वीपी सिंह, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के सदस्य डा. हरेंद्र राय, सह जिला विद्यालय निरीक्षक द्वय शिवपूजन द्विवेदी व विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य सहित आदि लोग मौजूद थे। कर्यक्रम के पूर्व प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल बुधवार को श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार में मत्था टेका। मंदिर में प्रवेश करते हुए सबसे पहले शिखर को नमन किया, फिर अर्चक नीरज पांडेय के आचार्यत्व में पूजन कर दर्शन किया। 20 मिनट पूजा चली। दर्शन के बाद आकर बड़े ही शांत भाव से बाबा को नमन कर रही थी और चौतरफा परिसर का अवलोकन कर रही थीं। मंदिर की ओर से न्यास अध्यक्ष ने राज्यपाल को अंग वस्त्र व प्रसाद भेंट किया।