संत अतुलानंद कन्वेंट स्कूल का 40 वां वार्षिकोत्सव धूमधाम से हुआ संपन्न


वाराणसी। बुधवार को संत अतुलानंद कॉन्वेंट स्कूल कोईराजपुर एवं गिलट बाजार का चालीसवां संयुक्त वार्षिकोत्सव अनहद 2019 भारतीय संस्कृति और राष्ट्रीय एकता को अभिसिंचित करता हुआ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।इसके उपरांत संत अतुलानंद कोईराजपुर के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन मुख्य अतिथि मनोज सिन्हा द्वारा किया गया।  कार्यक्रम की अध्यक्षता निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद जी महाराज ने अपने आशीर्वचन के साथ किया। संस्था के सचिव राहुल सिंह के द्वारा सभी स्नेहीजनों का मुखर अभिनंदन किया गया।संस्था की संरक्षिका विद्या सिंह एवं निदेशक डॉ वंदना सिंह की उपस्थिति प्रेरणादायी रही। विशिष्ट अतिथियों के रूप में संस्था के अध्यक्ष डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी, अनिल सिंह, हरिओम सिंह, राजेंद्र सिंह, एपी सिंह, डॉ अनुज प्रताप सिंह, तारकेश्वर सिंह, डा. मेजर एस आर सिंह परमेश्वर इत्यादि उपस्थित रहे।


     कार्यक्रम का शुभारंभ उद्घाटन गीत राम कृष्ण चरित एवं नृत्य नाटिका श्रीराम स्तुति के भावपूर्ण मंचन के साथ विभिन्न लोकनृत्यों की मनोहारी छटा ने सभी का मन मोह लिया। दशावतार की भव्य प्रस्तुति के साथ- साथ इस  सांस्कृतिक कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण यादवेंद्र शर्मा द्वारा रचित नाटक की प्रस्तुति मैं अश्वत्थामा की प्रस्तुति रही जिसमें द्रोणाचार्य और उनके पुत्र की कथा द्वारा नीति, न्याय और सत्य की प्रतिष्ठा को स्थापित किया गया। जिन विद्यार्थियों ने अपने सशक्त अभिनय के द्वारा महाभारत काल को जीवंत कर दिखाया उनके नाम क्रमश: आत्मन सिंह, पुष्कर मिश्रा, बृहस्पति राज, अमृतप्रकाश,शिवम पांडे, वर्तिका त्रिपाठी एवं आयुषी सिंह रही।


        मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने सांस्कृतिक नगरी काशी का गुणगान करते हुए विद्यालय द्वारा निरूपित सांस्कृतिक विरासत एवं परंपरा की सराहना की और राष्ट्र निर्माण में युवा पीढ़ी द्वारा तकनीकी एवं वैज्ञानिक सुझ की महत्ता को भी समझाया। कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में विशोकानंद महाराज ने वहां उपस्थित सभी को आशीर्वचन  दिया। उन्होंने विद्यार्थियों के भीतर वास्तविक सनातन धर्म की प्रतिष्ठा का निरूपण कर भक्तवत्सल स्नेह प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर छाया श्रीवास्तव एवं स्नेहा सिंह के निर्देशन में कक्षा 12 के सुयोग रघुवंशी एवं अनुश्री सिंह द्वारा किया गया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य ममता कुमार सिंह ने किया।