स्वच्छता ही है धन, गाँव को रखेंं स्वच्छ : शालिनी सिंह


वाराणसी। किसी भी गांव के विकास की डोर उस गांव के सजग और ईमानदार ग्राम प्रधान पर निर्भर करता है। ऐसे ही वाराणसी में पिण्ड्ररा ब्लॉक के दल्लीपुर गांव के एक प्रधान हैं शालिनी सिंह जिन्होंने अपने पिछले 4 साल के कार्यकाल में कई विकास कार्य को गति दिया है। इस गांव के किसानों को किसान निधि का भी लाभ मिल चुका है। ग्राम प्रधान कहती हैं कि गांव के प्रधान की जिम्मेदारी बनती है कि गांव के किसनों और लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। इसके साथ ही गांव के विकास कार्य में सभी ग्रामीणोंं के साथ खुली बैठक करके उनकी सहमति से गति दिया जाना चाहिए। 


किसानों को मिल चुका है किसान निधि योजना का लाभ


प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना किसानों के हित के लिए केन्द्र सरकार की तरफ से शुरू किया गया है। आपको बता दें कि इस योजना के तहत किसानों को आर्थिक सहायता दी जाती है। इसके लिए पीएम मोदी का आखिरी बजट 2019 जो कि आ चुका है, इस योजना में काफी बदलाव भी हुआ है। इस निधि के अंतर्गत किसान को 600 रूपए की आर्थिक मदद मिलती है। इस योजना के तहत 3 चरण में पैसा किसानों को तीन चरण में पैसा मिलता है। लाभार्थी को पहले चरण का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं होगा, लेकिन दुसरे और तीसरे चरण के लिए लाभार्थी को आधार कार्ड पूर्णत: अनिवार्य होगा। इसके बिना किसान योजना का लाभ नहीं उठा सकेंगें।


पॉलिथिन पर पाबंदी


दल्लीपुर गांव के प्रधान के अनुसार गांव के किसी में दुकान में पॉलिथिन में सामान नहीं मिलता है। कोई भी पॉलिथिन का प्रयोग नहीं करता है, यहां तक कि कोई प्रयोग करता दिख गया तो जुर्माना का भी प्रावधान है।


वृद्धा व विधवा पेंशन


दल्लीपुर गांव में पात्रों को विधवा पेंशन10, वृद्धा पेंशन 15व विकलांग पेंशन 2 लोगों को मिल रहा है। इसके अलावा आवास की बात करें तो प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 6 पात्रों को मिल चुका है 27 पात्रों के लिए प्रस्तावित है। वहीं मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत 17 लोगों को लाभ मिला है।


ग्राम पंचायत में स्वस्थ्य कैंप का आयोजन 


दल्लीपुर गांव में ग्रामीणों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए प्रत्येक माह में हल्थ कैंप का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा हर दो माह के अंतराल में गांव में खुली बैठक का आयोजन किया जाता है।


अन्य विकास कार्य



  • 1500 मीटर नये खंड़जे।

  • 600 मीटर भूमिगत नाले का निर्माण।

  • 200 मीटर भूमिगत नाली का निर्माण।  

  • 8 हैंडपंप रिबोर कराया गया है।

  • 1.75 किमी पीडब्ल्यूडी द्वारा रोड निर्माण।  

  • 200 एलबीएस के तहत शौचालय निर्माण।  

  • 7 शौचालय एलओबी के अंतर्गत निर्माण।  

  • 10 पीस रोड लाइट की व्यवस्था की गई है।

  • 3 ट्रांसफार्मर 100 केवी का लगवाया गया है।

  • मनरेगा के अंतर्गत करीब 1 किलोमीटर चकरोड।


समस्या
मेरे ग्रामपंचायत में कोई स्कूल नहीं है। कईबार जिले से लेकर मंत्रालय तक अवगत कराया गया लेकिन इन चार सालों में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।