चिरईगॉव। क्षेत्र के भदुआ गाँव स्थित एग्रो धान क्रय केन्द्र पर धान लेने में केन्द्र सहायक के द्वारा किसानों के साथ भेदभाव किये जानें का मामला प्रकाश में आया है। मिली जानकारी के अनुसार भदुआ स्थित एग्रो धान क्रय केन्द्र पर गिने चुने किसानों का धान लिया जा रहा है। रैमला के ग्राम प्रधान तारकेश्वर यादव ने बताया कि धान में नमी होने का बहाना बनाकर धान क्रय केन्द्र के सहायक दुर्गेश सिंह धान लेने से इन्कार कर रहे हैं जबकि हारवेस्टर मशीन से कटे धानों को ले रहे हैं जिसमें काफी नमी रहती है।
हाथ से काटकर सटके गये धान में नमी नहीं रहती है बावजूद इसके ऐसे धान को लेने से इन्कार किया जा रहा है जो समझ से परे है। प्रधान ने बताया कि धान क्रय केन्द्र के सहायक दुर्गेश सिंह किसानों के साथ भेदभाव कर रहे हैं।
उकथी गाँव के किसान सुबाष मौर्या, भदुआ के राजेन्द्र यादव, देवरीया के कृष्ण सहाय, संजय यादव आदि किसानों का कहना है कि धान क्रय केन्द्र पर धान में नमी होंने का बहाना बनाकर धान नहीं लिया जा रहा है जबकी धान की कटाई और सटकाई हाथ से हुयी है। धूप में सूखने के बाद नमी खत्म हो गयी है। कुछ ऐसे किसान हैं जिनका धान मशीन से काटा गया है बल्कि ऐसे धान में नमी होंने के बावजूद भी उसे लिया जा रहा है। भदुआ स्थित एग्रो धान क्रय केन्द्र के सहायक दुर्गेश सिंह से बात की गई तो उनका कहना था कि दो-तीन किसानों के धान में नमी होने के कारण वापस कर दिया गया था और जिस धान में नमी नहीं है उसे लिया जा रहा है।
उनका कहना था कि अब तक क्षेत्र के राघवेन्द्र प्रताप सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, उदय शंकर सिंह, राजबली सिंह आदि कुल 40 किसानों से 2862 क्विंटल धान खरीदा गया है जिसमें मोती, नाटी, साम्भा आदि ग्रेट बी के धान हैं। उन्होंने बताया कि 1815 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान लिया जा रहा है और 20रुपये प्रति क्विंटल की दर से पल्लेदारी है।