नीमा  ने दुष्कर्म के मामले में त्वरित न्याय के लिए अलग से न्यायालय का गठन करने की मांग

आजमगढ़। हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक की रेप के बाद हत्या के मामले में नीमा की ओर से गुरुवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। दुष्कर्म के मामले में त्वरित न्याय के अलग से न्यायालय की स्थापना की मांग उठाई। साथ ही कहा कि छह माह के भीतर ऐसे मामले में सजा सुना दी जाए। नीमा के जिलाध्यक्ष डॉ.डीडी सिंह के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि रेप के बाद बर्बर तरीके से की गई हत्या ने निर्भया कांड के नासूर को कुरेद दिया है। आज तक कितनी ही निर्भया हमारी कुंद व्यवस्था की बलि चढ़ गईं। बेरहम दरिंदो ने पूरे देश को शर्मसार किया है।

    घटना की निंदा करते हुए ऐसे मामलों में छह माग के भीतर सजा सुनाने का प्रावधान करने की मांग की। बालिग और नाबालिग आरोपियों में भेद न किया जाए। दुष्कर्म जैसे अपराध की विवेचना के लिए अलग पुलिस व्यवस्था कर एक माह में विवेचना पूरी की जाए। लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के लिए दंड की व्यवस्था की जाए। समाज को जागृत करने के लिए पूरे देश में अभयान छेड़ने के लिए अलग से एक मंत्रालय की स्थापनी की जाए। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। इस मौके पर डॉ. वीके सिंह, डॉ. मुकेश पाण्डेय, डॉ. संतोष कुमार सिंह, डॉ. अबु शहमा खान, डॉ. डीपी सिंह, डॉ. जगदीश यादव, डॉ. मनीष राय, डॉ. जाहिद उस्मानी, डॉ. वेद प्रकाश सिंह, डॉ. आरती सिंह, डॉ. दीपिका बरनवाल, डॉ. मनीष चौबे आदि लोग उपस्थित रहे।